शुभ दीपावली
यह दिवाली आपकी...
यह दिवाली आपकी, जीवन बने खुशियों का सागर। स्वस्थ तन-मन और धन से, भर उठे जीवन की गागर। दीन, दीपक रोशनी के, समन्वय को दे दिशा हम। बांटकर खुशियाँ करे हम, रोशनी मन की उजागर।
दीप बनकर कालिमा का, तम हरें खुद को जलाकर दीन की झोली भरें हम, हर्ष की लड़ीयाँ जलाकर। दीपमाला की लड़ी से, प्रेरणा हमको मिले कि, साथ में दीपक जले, 'नोरत' लगे नभ में प्रभाकर I
~ नोरतन
comments powered by Disqus